डॉ राम मनोहर लोहिया का दसवां दीक्षांत समारोह मनाया गया

Tenth convocation of Dr. Ram Manohar Lohia was celebrated, degrees were distributed to a total of 450 medical students.

नई दिल्ली

एबीवीआईएमएस और डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल ने 30 सितंबर 2024 को भारत मंडपम नई दिल्ली में अपना 10वां दीक्षांत समारोह मनाया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर चिकित्सा शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और अपने स्नातक छात्रों की उपलब्धियों का सम्मान करने के एक दशक का जश्न मनाया गया।

माननीय अध्यक्ष राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु नने एमडी और डीएम/एमसीएच कार्यक्रमों के 36 स्वर्ण पदक विजेता टॉपरों को पुरस्कृत किया। भारत की राष्ट्रपति ने भाषण दिया में कहा पुरुषों की तुलना में महिला डॉक्टरों द्वारा अधिक पुरस्कार जीतने पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा कर्मियों और डॉक्टरों के प्रति हिंसा न करने पर भी जोर दिया और इसकी निंदा की। हालांकि उन्होंने न केवल रोगियों बल्कि उनके परिवार के सदस्यों और देखभाल करने वालों के प्रति भी सहानुभूति पर जोर दिया। उन्होंने नवोदित विशेषज्ञों के चिकित्सा ज्ञान के अलावा व्यवहार और उपचारात्मक स्पर्श पर भी ध्यान केंद्रित किया। राष्ट्रपति ने कोविड के दौरान डॉक्टरों और नर्सों की कड़ी मेहनत को याद किया और उन्हें विशेष रूप से महिलाओं के स्वास्थ्य पर केंद्रित नई तकनीकों और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। अंत में उन्होंने आधुनिक चिकित्सा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल को और अधिक शामिल करने को कहा। इसके बाद एबीवीआईएमएस डॉ. आरएमएल अस्पताल की नई सहकर्मी-समीक्षित पत्रिका संहिता का विमोचन किया और इसकी पहली प्रति भारत के माननीय राष्ट्रपति को भेंट की गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ जेपी नड्ढा ने अपने भाषण में डॉ. आरएमएलएच के डॉक्टरों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता पर जोर दिया, जिसकी वजह से डॉ. आरएमएल अस्पताल भारत के शीर्ष चिकित्सा महाविद्यालयों में शामिल हो गया है। इसके बाद इसके बाद एमएस और एडिशनल एमएस द्वारा डॉ वी के पॉल, श्री अपूर्व चंद्रा और श्री जयदीप मिश्रा को सम्मानित किया गया। मेधावी छात्रों को विशेष प्रायोजित पुरस्कार दिए गए। नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल कहा कि नवांकुर चिकित्सकों को सामुदायिक स्वास्थ्य के प्रति अधिक प्रतिबद्धता और हमारे बुजुर्ग माता-पिता की विशेष जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा। इसके बाद 450 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई।

इस समारोह में जबकि श्री अपूर्व चंद्रा (आईएएस, सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय), सुश्री पुण्य लार श्रीवास्तव (आईएएस, ओएसडी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय) विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे।

 

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