नई दिल्ली,
इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बायलरी साइंस का नवां स्थापना दिवस यहां संस्थान के एपीजे अब्दुल कलाम ऑडिटोरियम में मनाया गया। कार्यक्रम में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित थे। मौके पर लोगों को लिवर संक्रमण के बारे में जागरूक करने के लिए एम्पैथी अभियान की शुरूआत की गई।
आईएलबीएस के प्रमुख डॉ. शिव कुमार सरीन ने बताया कि 2018 में संस्थान में लिवर के कुल एक लाख सात हजार मरीजों को देखा गया, जिसमें नौ हजार मरीज इमजेंसी में, सात हजार का आईपीडी और 4300 मरीजों को आईसीयू में भर्ती किया गया। बीते साल कुल 100 लिवर प्रत्यारोपण और 31 किडनी प्रत्यारोपण किए गए। स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि शुगर और वसा के सेवन को नियंत्रित कर फैटी लिवर जैसी परेशानियों से बचा जा सकता है। मौके पर मौजूद नीति आयोग और एमसीआई के प्रमुख डॉ. विनोद कुमार पॉल ने लिवर की क्रानिक बीमारी विषय पर आयोजित पब्लिक लेक्चर में लिवर संक्रमण के प्रति जागरूकता बढ़ाने की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयुष्मान भारत योजना के तहत लिवर संक्रमण की स्क्रीनिंग करने के लिए आईएलबीएस को आगे आना चाहिए।