विश्व कैंसर दिवस, चार फरवरी पर विशेष
नई दिल्ली
भागती दौड़ती दिनचर्या में आपका शरीर आपसे केवल 20 मिनट का समय मांग रहा है। मोटापा व मधुमेह के साथ ही कैंसर से बचने के लिए भी व्यायाम को आदत में शामिल करना होगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा व्यायाम के लिए जारी की ग्लोबल गाइडलाइन में एक सप्ताह में 150 मिनट का व्यायाम को कैंसर (Cancer) से बचने के लिए अति आवश्यक बताया गया है। इस आधार पर एक दिन में यदि 20 से 25 मिनट का भी व्यायाम नहीं किया गया तो किसी भी उम्र में कैंसर के खतरे की घंटी बज सकती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization )द्वारा पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर और महिलाओं में स्तन कैंसर के संदर्भ में व्यायाम को लेकर अध्ययन किया गया, जिसके सफल परिणाम देखे गए। व्यायाम की जरूरत लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठकर काम करने वाले लोगों के लिए अधिक जरूरी बताया गया है। शारीरिक गतिविधि (Physical Exercise ) की कमी के कारण शरीर में वसा एकत्र होने लगता है, जो मोटापे के अलावा अन्य तरह के हार्मोन्स रिएक्शन (Hormone Reaction ) में कारगर है। कैंसर को अस्वस्थ सेल्स के कैमिकल परिवर्तन का परिणाम कहा जा सकता है। साधारण सेल्स की टूटफूट के बाद बनने वाली नई और स्वस्थ्य सेल्स ही कैंसर से बचाव के लिए कारगर मानी गई हैं। शरीर में व्यायाम की कमी के कारण बेकार सेल्स का निष्काषन नहीं हो पाता और लंबे समय तक यही स्थिति बने रहने के कारण यह कैंसर का कारक बन सकती हैं। जबकि व्यायाम के बाद तेजी से क्षतिग्रस्त सेल्स की जगह नई सेल्स का निर्माण हो जाता है, हालांकि यह शरीर की सामान्य प्रक्रिया हैं बावजूद इसके व्यायाम के बाद शरीर से निकलने वाले पसीने को अधिक कारगर माना गया है। लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के ऑनकोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक शंकर कहते हैं कि कैंसर की वजह को जानने के लिए कई तरह के अध्ययन किए जा चुके हैं, जिसमें प्रदूषण और तंबाकू सेवन को भी कैंसर की अहम वजह बताया गया है, बावजूद इसके हमने कैंसर के ऐसे मरीज भी देखे जिन्होंने तंबाकू को छुआ तक नहीं, इस लिहाज से अब कैंसर से बचाव पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए व्यायाम और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने को सबसे अहम बताया गया है।
अध्ययन में हुआ खुलासा
-कैंसर रिसर्च फंड यूके द्वारा किए गए अध्ययन के बाद कैंसर से बचाव के लिए व्यायाम की जरूरत को महत्व दिया गया। जारी रिपोर्ट में कैंसर के लिए कारक जीन कारसिनो और आनको टाइप को नियंत्रित रखने के लिए व्यायाम पर जोर दिया गया।
-हावार्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ यूर्निवर्सिटी और कैलिफोर्निया ने महिलाओं के स्तन, गर्भाश्य व बच्चेदानी के कैंसर के लिए 2700 महिलाओं पर अध्ययन किया, जबकि पुरूषों मं कोलन और प्रोस्टेट कैंसर के संदर्भ में अध्ययन किया।
-कैंसर सोसाइटी प्रीवेंशन स्टडी टू में 15,0000 महिला और पुरुष पर अध्ययन कर कम से 30 मिनट के व्यायाम को कैंसर से बचने के लिए जरूरी बताया। अध्ययन वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के सहयोग से किया गया।
स्तन कैंसर (Breast Cancer) से बचाव के लिए जरूरी
-शारीरिक रूप से गतिशील रहने वाले कामकाजी महिलाओं में एक जगह बैठकर काम करने वाली महिलाओं की अपेक्षा कैंसर की संभावना अधिक देखी गई। अध्ययन का आधार जीन को माना गया। इन महिलाओं में कैंसर की जेनेटिक समस्या नहीं थी।
-हावार्ड स्कूल द्वारा 18 साल तक किए गए अध्ययन में देखा गया कि जिम जाने या फिर व्यायाम करने वाले युवाओं में प्रोस्टेट का खतरा जिम न जाने वाले युवाओं की अपेक्षा कम देखा गया। यूनिवर्सिटी ने 25 से 45 आयुवर्ग के 2705 युवाओं पर अध्ययन किया। अध्ययन को एडवांस रिसर्च इंन ऑनकोलॉजी में जगह मिली।
किस चरण में हो व्यायाम
5 मिनट- शुरुआत के 5 मिनट को शरीर को वार्मअप करने के लिए जरूरी माना गया है, जिसमें हाथों को दाहिने और बाएं तरफ घुमाना, एड़ी के बल उठना या फिर हाथों से पैर के पंजे को छूना बताया गया है।
10 मिनट- अगले दस मिनट में एरोबिक या फिर मोडिरेट व्यायाम को शामिल किया जाना चाहिए, जिसमें साइकिल चलाने, तेज गति से चलना या फिर धीमी गति से दौड़ना जरूरी है, इस दौरान बात करने को मना किया गया है।
5 मिनट- इस श्रेणी के व्यायाम में ध्यान को शामिल किया जाना चाहिए, व्यायाम के साथ को इन्द्रियों को संयमित करने के लिए जरूरी बताया गया है, ध्यान के लिए पूरब की तरफ मुंह करके बैठना सर्वोत्तम है।
शेष 5 मिनट-जिस गतिविधि से व्यायाम की शुरूआत की गई, उसी गतिविधि से अंत भी करना चाहिए, इसके लिए ध्यान के बाद शरीर को दोबारा दाहिना व बांया हाथ घुमाकर पूर्ववत स्थिति में लाया जाएं।
नोट- हालांकि 12 विधियों के सूर्य नमस्कार को चौथे चरण में शामिल कर सकते हैं।