बचपन में लगी चोट की वजह से एक युवक का फेस टेढ़ा हो गया, एक तरफ की हड्डी बनना बंद हो गया, जिसकी उसका फेस खराब दिखने लगा। लेकिन 23 साल के इस युवक की नए सिरे से हड्डी बनाकर प्लास्टिक सर्जन ने पूरा फेस नॉर्मल बना दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी चोट को गंभीरता से लेना चाहिए।
युवक के जबड़े की एक तरफ की हड्डी नहीं बनने से बचपन में ही उनका मुंह टेढ़ा हो गया था। वह अपना मुंह खोल भी नहीं पा रहा था। डॉक्टरों ने एलिजारोव तकनीक से जबड़े की हड्डी को 12 एमएम बढ कर फेस को नॉर्मल बना दिया। मैक्सिलोफेशल सर्जरी की मदद से यह फेस बनाया गया है।
अपोलो हॉस्पिटल के मैक्सिलोफेशल सर्जन डॉक्टर नीरज ने बताया कि बचपन में जबड़े में चोट लगने और इलाज नहीं हो पाने की वजह से जबड़े की हड्डी बनने की प्रक्रिया बंद हो गई थी। जिस तरफ चोट नहीं लगी थी, उस तरफ की हड्डी बढ़ती चली गई, लेकिन जिधर चोट थी वहां पर हड्डी नहीं बना। इससे उसका फेस टेढ़ा हो गया। डॉक्टर ने कहा कि बाद में वह सांस भी ठीक से नहीं ले पाता था।
डॉक्टर नीरज ने कहा कि फर्स्ट स्टेज में सर्जरी करके उनका मुंह खोला गया,ताकि वह ठीक से सांस ले सकें और सही से खाना खा सकें। इसके बाद मुंह में एलिजारोव मशीन सेट किया गया। मशीन को जबड़े की हड्डी में इस तरह से लगाया गया कि उसका हैंडल मुंह से बाहर आ जाए। डॉक्टर का कहना है कि हैंडल बाहर होने से मशीन को एक्टिवेट करना आसान होता है। मशीन को तीन महीने तक मुंह के अंदर रखा गया। इन तीन महीनों में जबड़े की हड्डी 12 एमएम तक बढ़ गई। इसके बाद सर्जरी कर मशीन को बाहर निकाला गया। डॉक्टर ने कहा कि जबड़े की हड्डी बन जाने के बाद दूसरी सर्जरी कर उनकी ठुट्डी बनाई गई। इसके बाद दांतों का इलाज कर जबड़े को प्रॉपर शेप दिया गया। पूरे प्रोसीजर में दो साल लगे।