अगर आपको शुगर यानि डायबिटीज की बीमारी है तो ऐसे में आपको अपनी आंखो की देखभाल करना बहुत जरूरी है। क्योंकि इस बीमारी का सीधा असर आंखों पर होता है। व्यस्क में आंखो की रोशनी कम होने का यह तीसरा बड़ा कारण है। अगर आपको भी यह बीमारी है तो डॉक्टर के बताए गए बचाव पर ध्यान दें। यहां ऐसे कुछ टिप्स हैं, जिस पर अमल करके आप अपनी आंखों को हेल्दी रख सकते हैं।
: शुगर के कारण बिना किसी चेतावनी संकेत के किसी भी समय आंखो की गंभीर समस्या पैदा हो सकती है
: खून में शुगर का लेवल अधिक होने से अक्सर आंखो में धुंधलापन का लक्षण दिखाई दे सकता है
: लगातार खून में शुगर का लेवल अधिकहोने पर आंखो को गंभीर रूप से नुकसान पहुंच सकता हैं
शुगर के कारण आंखो में होने वाली समस्याए :-
: आंखो में धुंधलापन
: दो आकृतियां दिखाई देना
: आंखो के सामने अंधेरा छा जाना
: रेटिना के सामने लाल धब्बा बनना
: आंखे लाल हो जाना, जलन होना
: आंखो पर दबाव आना, दर्द होना
मोतियाबिंद-:
आमतौर पर साफ स्पष्ट दृष्टिपटल (रेटिना) पर धुंधलापन छा जाना और आर-पार नहीं दिखाई देना। मोतियाबिंद के कारण आपको हर चीज धुंधली नजर आने लगती है।
ग्लुकोमा:-
यह स्थिति तब पैदा होती हैं, जब आंखो पर अधिक दबाव पैदा होने लगता हैं। लगातार यह दबाव बने रहने पर आंखो के महत्वपूर्ण नशे खराब होने लगते हैं। समय के साथ-साथ आंखो से दिखाई देना बंद हो जाता है।
दृष्टिपटल (रेटिना) को क्षति:-
खून में शुगर का स्तर बहुत ज्यादा रहने पर, धीरे-धीरे दृष्टिपटल (रेटिना)को नुकसान पहुंचता है। कई मरीज में यह आंखो के पिछले हिस्से से अलग हो जाता है। जिसके कारण धीरे-धीरे या अचानक आंखो से दिखाई देना बंद हो जाता हैं।
महत्वपूर्ण सुझाव:-
:जहां तक हो अपने खून में शुगर का स्तर और अपना ब्लड प्रेशर समान्य बनाए रखने की कोशिश करें।
:यदि अचानक आपको दिखाई देना कम हो जाए तो तुरंत अपने डाक्टर से सम्पर्क करें।
: ऐसे मे अपने चश्मे वाले से नही, बल्कि नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें।
: अपने डाक्टर को यह अवश्य बताएं कि आप शुगर के मरीज हैं।
: जांच करते समय आंखो में आई ड्राप्स डालकर, पहले पुतलियों को फैलाना जरूरी होता हैं।
: आंखो की जांच के बाद तीन घंटो तक वाहन न चलाएं।
: नियमित रूप से आंखो की जांच करावाएं।
: यदि आप गर्भवती हैं और आपको शुगर हैं तो पहले तीन महीनों में नियमित आंखो की जांच करवाएं।
: यदि आप गर्भाधान की योजना बना रही है, तो अपने डाक्टर की सलाह से आंखो की जांच करवाएं।
: धुम्रपान और शराब या कोई भी नशीले चीज का सेवन न करें।