सर्दियों में धुप के दर्शन भले ही मुश्किल से होते हो, लेकिन इस धुंधली धूप को कब्जे में कर लेना ही अच्छा है, इस बाबत आई सी एम् आर में किये गए एक अध्धयन के अनुसार, सर्दियों के धूप सेहत के लिए वरदान साबित हो सकती, जिसे विटामिन डी का बेहतर स्रोत्र माना गया है, संस्थान की वैज्ञानिक डॉ नीता कुमार ने बताया कि बाजार में मौजूद विटामिन डी के अन्य विकल्प के कई तरह के साइड इफ़ेक्ट हो सकते है लेकिन सर्दियों सुबह 10 से एक बजे की धूप सेहत के लिए सबसे सुरक्षित है, जिसमे एक अनुपात के अनुसार यूवी किरणें होती है जो त्वचा के लिए नुकसान नहीं होती. विटामिन डी के अन्य अधिक विकल्प जैसे कैप्सूल आदि से दिल की धमनियों को खतरा हो सकता है. आई सी एम् आर ने अध्धयन के बाबत कैंसर बचाव की सरकार की गाइड लाइन में भी बदलाव के लिए कहा है, डॉ नीता ने कहा कि उच्च कटिबंधीय देशों की धूप के लिए इस बात को सही नहीं कहा जा सकता, जबकि भारत को मिलने वाली सर्दियों की धूप पूरी तरह सुरक्षित है. तोह इस बार अगर आप पार्क में किसी को धूप सेंकते हुए देखे योह कुछ देर आप भी ठहर जाएं…