नई दिल्ली: उम्र के साथ दिल की बीमारी का खतरा बढ़ता जाता है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि इस जानलेवा बीमाी से खुद को कैसे बचाएं। डॉक्टर के के अग्रवाल का कहना है कि दिल की बीमारी की सबसे बड़ी वजह लाइफ स्टाइल यानि जीवनशैली होती है। किस तरह लोगों का खाना पीना, रहन सहन, नींद, शराब का सेवन से जुड़ा है। इसलिए बचाव चाहते हैं तो इन सब आदतों से दूर रहें और अस्सी साल की वर्ष की वाले लोगों को निरोगी रहने के लिए 80 का निम्न फॉर्मूला अपनाया जाना चाहिएः
: मदिरापान से परहेज करें। जिन्हें लेना ही है वे प्रतिदिन 80 मिली से अधिक न लें और सप्ताह में 80 ग्राम से अधिक तो हर्गिज नहीं।
: आपका रक्त दबाव 80 मिमी से कम रहना चाहिए और हृदय गति भी 80 धड़कन प्रति मिनट से कम रहनी चाहिए।
: प्रतिदिन 80 मिनट तक एयरोबिक व्यायाम करें।
: प्रति सप्ताह 80 मिनट तक स्ट्रेचिंग वाले व्यायाम करें।
: सप्ताह में कम से कम 80 बार फल व सब्जियां खायें।
: सप्ताह में 80 ग्राम से अधिक घी या तेल का सेवन न करें।
: अधिक खतरे वाले व्यक्तियों को चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए और वे हृदयाघात से बचाव के लिए 80 मिग्रा तक एस्पिरिन ले सकते हैं।
: अधिक खतरे वाले व्यक्तिे दिल का दौरा रोकने के लिए डाॅक्टर से पूछ कर 80 मिग्री तक स्टेटिन्स ले सकते हैं।
: दिल से जुड़े व्यायाम करते वक्त हृदय की धड़कन के लक्ष्य को 80 प्रतिशत तक पूरा कीजिए।
: हाथ से सीपीआर करना सीख लीजिए, क्योंकि दिल का दौरा पड़ने पर यदि 10 मिनट के अंदर यह आजमाया जाये तो 80 प्रतिशत मामलों में मरीज को बचाया जा सकता है।