नई दिल्ली,
कोविड के बढ़ते हुए खतरे के बीच सरकार ने दस जनवरी से बूस्टर डोज या प्रीकॉशन डोज (Precaution ) शुरू कर देगी। सभी स्वास्थ्य कर्मचारी, चिकित्सक, फ्रंटलाइन वर्कर और साठ साल से अधिक उम्र के कोमोरबिडिज बीमारी वाले बुजुर्ग बूस्टर डोज (Booster dose )के लिए खुद को कोविन एप पर पंजीकृत करा सकते हैं। इस बारे में 27 जनवरी को आदेश में राज्यों के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं। मालूम हो कि इस समूह को सबसे पहले कोविड का टीका दिया गया था, इस लिहाल से मरीजों का इलाज करने वाले इस वर्ग को वैक्सीन (COVID19Vaccine )लगे हुए नौ महीने से अधिक का समय बीत चुका है। विशेषज्ञ वैक्सीन के बाद पैदा होने वाले इम्यूनिटी को लेकर अधिक आश्वस्त नहीं है, इसलिए संक्रमण के खतरे के बीच काम करने वाले इस समूह को जल्द से जल्द बूस्टर डोज देकर दोहरी सुरक्षा दी जाएगी।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार दस जनवरी से हेल्थ केयर वर्कर्स (Health care workers )सहित साठ से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज देनी शुरू कर दी जाएगी। पूर्व में कोविड वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हेल्थ केयर वर्कर्स कोविन एप पर बूस्टर डोज के लिए पहले से ही पंजीकृत नंबर से दोबारा पंजीकरण करा सकेगें। यही व्यवस्था फ्रंटलाइन वर्कर और साठ साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए भी की गई है। इसके लिए लाभार्थी को वैक्सीन की दोनों डोज लेना अनिवार्य बताया गया है। कोविन पोर्टल के माध्यम से लाभार्थियों के बूस्टर डोज के लिए संदेश भेजा जाएगा, बूस्टर डोज पंजीकरण के लिए ऑनलाइन ऑफ लाइन दोनों तरह से पंजीकरण कराया जा सकता है। नजदिकी स्वास्थ्य केन्द्र अपने उम्र सहित प्रमाणपत्र के साथ बूस्टर डोज (Booster dose) ली जा सकती है। लाभार्थी द्वारा बूस्टर डोज ली गई है, इस बात की जानकारी वैक्सीन प्रमाणपत्र भी दर्ज की जाएगी। कोमोरबिडिज की श्रेणी में साठ साल की उम्र से अधिक ऐसे बुजुर्गों को शामिल किया गया है, जिन्हें एक साथ कई बीमारियां जैसे कि हाइपरटेंशन, ब्लड प्रेशर डायबिटिज आदि हों। मालूम हो कि 16 जनवरी 2021 से शुरू किए गए देशव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम में सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और सीनियर सिटीजन (Senior Citizen) को ही वैक्सीन दिया गया था, इसके बाद एक मई से 18 साल से अधिक आयुवर्ग के लोगों को वैक्सीन की औपचारिक शुरूआत की गई। इस लिहाज से सबसे पहले वैक्सीन लेने वाले समूह में वायरस के प्रति प्रतिरोधी क्षमता है या नहीं इस बात के लिए विशेषज्ञ आश्वास्त नहीं है। और अब क्योंकि एक बार फिर कोविड के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, इसलिए जोखिम के खतरे के बीच काम करने वाले इस समूह को बूस्टर डोज से सुरक्षा प्रदान करना (Immunity )अति आवश्यक हो गया है।
चिकित्सक फिर कोविड संक्रमण की जद में
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने दो दिन पहले, एम्स, आरएमएल और सफदरजंग अस्पताल का दौरा कर कोविड संक्रमित चिकित्सकों का हाल चाल पूछा। जानकारी के अनुसार राममनोहर लोहिया अस्पताल सहित सफदरजंग और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के दो दर्जन से अधिक चिकित्सक इस समय संक्रमण की चपेट में हैं। वहीं देशभर में कोविड के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन की बात करें तो नये वेरिएंट के कुल 3071 मामले सामने आए हैं, जिसमें ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 1,203 है।