नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये अपनायी गयी रणनीति को कारगर बताते हुये बृहस्पतिवार को कहा कि देश में कोविड-19 का परीक्षण जरूरत के मुतबिक पर्याप्त संख्या में हो रहा है। इस बीच चीन से भारत को त्वरित एंटीबॉडी परीक्षण किट की आपूर्ति भी शुरु हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कोरोना वायरस संकट के खिलाफ अभियान की जानकारी देते हुये बताया कि देश के 325 जिले संक्रमण मुक्त हैं। इसके अलावा 17 राज्यों में संक्रमण से प्रभावित 27 जिलों में पिछले 14 दिन से एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है, साथ ही पुडुचेरी के माहे जिले में पिछले 28 दिनों में संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये लागू किये गये लॉकडाउन (बंद) के अब परिणाम मिलने लगे हैं। भारत में अन्य देशों की तुलना में संक्रमण के कम मामलों के पीछे कोरोना वायरस की जांच कम होने के आरोप गलत बताते हुए सरकार की ओर कहा गया कि भारत, परीक्षण के मामले में तार्किक रणनीति अपनाकर आगे बढ़ रहा है।
संवाददाता सम्मेलन में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वरिष्ठ वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेड़कर ने आंकड़ों के आधार पर कहा कि अमेरिका, इटली, ब्रिटेन और जापान जैसे देशों की तुलना में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की पहचान के लिये भारत में न सिर्फ ज्यादा परीक्षण हो रहे हैं, बल्कि ये परीक्षण तार्किक और विवेकपूर्ण तरीके से किये जा रहे हैं। डा. गंगाखेड़कर ने यह भी कहा कि रेपिड किट का किफायती इस्तेमाल सुनिश्चित करने के लिये इस किट से संक्रमण के लक्षणों वाले संभावित मरीजों के समूह का भी परीक्षण (पूल टेस्ट) किया जा सकता है।