नई दिल्ली: भारतीयों के दिल कमजोर हो रहे हैं। एक स्टडी में इसका खुलासा हुआ है। स्टडी के अनुसार देश में 50 पर्सेंट दिल की बीमारी बढ़ी है, जबकि डायबिटीज तीन गुणा ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। आंकड़ों के अनुसार डायबिटीज में 150 पर्सेंट का इजाफा दर्ज किया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि डायबिटीज कई बीमारियों की वजह है, डायबिटीज का बढ़ना बढ़ी बीमारी होने का भी संकेत है। इस स्टडी में
साल 1990 से लेकर 2016 के बीच देश में डायबिटीज के 150 पर्सेंट मरीजों का इजाफा हुआ है, चिंता की बात यह है कि हार्ट की बीमारी में 50 पर्सेंट तक बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। 1990 में देश भर में डायबिटीज से पीड़ितों की संख्या 2.6 करोड़ थी, जो साल 2016 तक बए़कर 6.5 करोड़ तक पहुंच चुका है। यही नहीं लंग्स की बीमारी में तेजी से इजाफा हुआ है, आंकड़े बता रहे हैं कि लंग्स के मरीजों की संख्या 2.8 करोड़ से बढ़कर 5.5 करोड़ हो गई है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर), पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया और इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवोल्यूशन ने स्वास्थ्य मंत्रालय की भागीदारी में राज्य स्तरीय बीमारियों के बोझ का पता लगाने की पहल के तहत यह रपोर्ट जारी की है। आईसीएमआर की तरफ से जारी इस रिपोर्ट को तैयार करने में देश भर के 100 से अधिक संस्थानों ने योगदान दिया है, जिसे द लेंसेट ग्लोबल हेल्थ, द लेंसेट पब्लिक हेल्थ और द लेंसेट ऑकोलॉजी में पांच स्टडी पेपर की सीरिज में पब्लिश किया है।
आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि सबसे चिंता की बात यह है कि देश के पिछड़े राज्यों में सबसे ज्यादा हार्ट और डायबिटीज के मरीज हैं। साथ ही बच्चों को होने वाली बीमारियों से भी सबसे ज्यादा पीड़ित देश के पिछड़े राज्य ही हैं। इसलिए इन राज्यों में बीमारियों की रोकथाम के लिए तुरंत कदम उठाए जाने की सख्त जरूरत है।