नई दिल्ली,
लिवर संबंधी संक्रमण, बीमारी या फिर इलाज कराने चाहते हैं तो आप राममनोहर लोहिया अस्पाल जा सकते हैं। विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर अस्पताल में एक हफ्ते तक चलने वाला जागरुकता अभियान शुरू किया है। गैस्ट्रोइंटेलॉजी विभाग और अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक की मदद से शुरू किए गए इस अभियान में जांच के लिए आने वाले मरीजों की हेपेटाइटिस बी और सी जांच की जाएगी।
एक हफ्ते वाले कार्यक्रम में लिवर को हेपेटाइटिस वायरस से सुरक्षित रखने के लिए पोस्टर प्रतियोगिता के माध्यम से जानकारी दी जाएगी, दूषित पानी का सेवन न करना, सुरक्षित रक्त जांच और संक्रमित सूई आदि से बचाव के अलावा वैक्सीन की भी जानकारी दी जाएगी। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए एमएस डॉ. वीके तिवारी ने बताया कि केन्द्रीय विद्यालय की मदद से एक पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है। स्कूली बच्चों ने बहुत बेहतर और सूचना परक पोस्टर तैयार किए है। इससे पहले राम मनोहर लोहिया अस्पताल में लिवर को सुरक्षित रखने के लिए सेमिनार का भी आयोजन किया था। जिसमें गर्भवती मां से शिशु का होने वाले लिवर संक्रमण के बारे में बताया गया। विशेषज्ञों ने कहा कि यदि मां को हेपेटाइटिस संक्रमण है तो बच्चे की एक साल या 18 महीने तक वायरल लोड की जांच की जानी चाहिए।