नई दिल्ली,
उसकी शादी नहीं हो रही थी, उसका कैरियर आगे नहीं बढ़ पा रहा था, वह घर से बाहर नहीं निकल पा रही थी, वह अपने चेहरे की डिफॉर्मिटी की वजह से इतनी परेशान थी कि स्ट्रेस में रहने लगी थी। हो भी क्यूं नहीं, उसका एक आंख की पलक हमेशा झुकी रहती थी और जब भी वह जॉ (जबड़ा) हिलाती थी तो उसका आंख की पलक भी ऊपर नीचे होने लगता था। इस रेयर बीमारी ने रीता (बदला हुआ नाम) की जिंदगी खराब कर रखी थी, लेकिन दिल्ली के डॉक्टरों ने इस रेयर बीमारी का इलाज कर उसे नई जिंदगी दी है, अब वह बिल्कुल ठीक है और उसका जॉ मूवमेंट और पलक कंट्रोल में है।
वह एक प्रकार की रेयर बीमारी जिसे मार्कस गुन जॉव विंकिंग प्टोसिस कहा जाता है, उससे पीड़ित थी। यह उसे जन्म से ही बीमारी थी। इस रेयर बीमारी की वजह से जब वह बोलती थी या फिर खाना खाती थी तो उसका पलक भी ऊपर नीचे होने लगता था। युवती का इलाज करने वाली आकाश हेल्थकेयर सुपर स्पेशियलिटी की आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर विद्या नायर चौधरी ने कहा कि उसकी जांच में हमने पाया कि उसकी पलकों का झुकाव वास्तव में बहुत कम था, लेकिन जबड़े के चलने के साथ पलक का चलना बहुत ज्यादा था, यह मेरे संपर्क में आये अब तक के सबसे गंभीर जॉव विन्किंग में से एक था।
डॉक्टर ने कहा कि आमतौर पर ऐसी बीमारी में संबंधित मांसपेशियों को हटाने के बाद यह ठीक हो जाती है, लेकिन इसमें यह सीवियर लेवल पर था। चूंकि आंख और जॉ मूवमेंट के नर्व एक दूसरे को क्रॉस कर रहा था, इस वजह से उसे यह हो रही थी। डॉक्टर ने कहा कि नर्व को हटाने के बजाए हमने मांसपेशियों को हटाया। लेकिन इससे युवती की पलक पुरी तरह से नीचे गिर गई। इसे उठाने और कंट्रोल करने के लिए सिलिकॉन से बना स्लिंग इंप्लांट लगाया गया जिससे पलक भी कंट्रोल में आ गया। अब वह पूरी तरह से फिट है।