लॉकडाउन में मानसिक तनाव दूर करेगी एम्स की टीम

नई दिल्ली,
कोरोना महामारी में सरकार द्वारा घोषित 21 दिनों में मानसिक रोगी टेलीसाइकेट्री के जरिए विशेषज्ञों की मदद ले सकते हैं। संक्रमण से बचाव के लिए तैयार की गई गाइडलाइन में लोगों के मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की बात कही गई है। क्योंकि सरकार ने कुछ दिन पहले ही टेलीमेडिसिन सेवा के लिए देशभर में गाइडलाइन जारी कर दी है, इसी के तहत अब एम्स के मनोचिकित्सा विभाग के चिकित्सक ऐसे लोगों से वीडियोकॉलिंग के माध्यक से जुड़ सकेगें, जिन्हें घर पर रहकर किसी तरह के तनाव का सामना करना पड़ रहा है।
कोविड19 के तैयार गाइडलाइन के अनुसार टेलीसाइक्रेटिक सुविधा के तहत चिकित्सक दूर से भी मानसिक रोगियों से संपर्क कर सकते हैं। इसमें सबसे पहले तीन श्रेणी के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। नंबर एक ऐसे मरीज जो पहले से एम्स के मनोचिकित्सा विभाग से इलाज करा रहे हैं या उनका संस्थान में इलाज किया जा रहा है और वह ओपीडी सेवा बाधित होने के कारण चिकित्सक से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। इसके बाद ऐसे लोग चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं जिन्हें कोविड 19 के दौरान किसी तरह के मानसिक तनाव का शिकार होना पड़ रहा है।
टेलीमेडिसिन गाइडलाइन में बताए गए नियमों के तहत चिकित्सक को वीडियो के माध्यम से मरीज से जुड़ते समय एक सहायक नर्स का होना जरूरी है, इसी तरह मरीज भी एक सहायक को साथ लेकर चिकित्सक से वीडियोकॉलिंग के माध्यम से जुड़ सकते हैं। संस्थान द्वारा जारी किए गए नंबर या ईमेल के जरिए मरीज को यदि पहले से एम्स से पंजीकृत हैं तो उन्हें इलाज के कागज भेजने होगें। यदि मरीज की उम्र 16 साल से कम है तो काउंसलिंग से पहले परिजनों का एनओसी मेल करना होगा।

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