विशेषज्ञों की राय स्वास्थ्य क्षेत्र पर GDP बढ़ाया जाए

नई दिल्ली, नवगठित 19वीं लोकसभा का बजट मंगलवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सदन में पेश…

आरएमएल का कम्यूनिटी मेडिसिन Checkup Camp कैंप शनिवार को

नई दिल्ली, राममनोहर लोहिया अस्पताल के कम्यूनिटी मेडिकल विभाग द्वारा शनिवार 20 जुलाई को जेजे कल्स्टर…

आरएमएल की OPD में अब नहीं होगी धक्का-मुक्की

नई दिल्ली राजधानी के सरकारी अस्पातालों में इलाज कराने की सबसे बड़ी चुनौती होती है भीड़…

दस साल के सचिन बने बीस मिनट के कमिश्नर

प्रयागराज नायक मूवी में आपने अनिल कपूर को एक दिन का सीएम बनते देखा होगा, लेकिन…

OT Marathon में RML में एक दिन में हुए 24 ऑपरेशन

15 से 16 जुलाई के बीच विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस पर 24 ऑपरेशन किए गए नई…

Strike call off by RDA, GTB Hospital after assurance from special secretary, Health, Delhi Government

The strike call off by RDA, GTB Hospital after assurance from the special secretary, Health, Delhi Government

दिल का ट्यूमर पहुंचा दिमाग में, हुआ Stroke

नई दिल्ली राजधानी दिल्ली में एक महिला को दिल में नीबू के आकार का ट्यूमर होने…

देशभर के मेडिकल कॉलेज में Tobacco Cessation केंद्र बनेंगे

नई दिल्ली, तंबाकू की लत छुड़ाने के लिए भारत सरकार के नेशनल मेडिकल कमिशन(एनएमसी) ने एक…

क्या रोजाना शेव करने से खराब होती है Skin!

नई दिल्ली, कई पुरुषों के लिए, शेविंग उनकी दिनचर्या का एक ज़रूरी हिस्सा है जो उन्हें…

पीजीआई चंडीगढ़ (Post Graduate Institute of Medical Education and Research) एक ऐसा मोबाइल ऐप तैयार कर रहा है जो लिवर और ओरल कैंसर से जंग में बड़ी कामयाबी के तौर पर साबित होगा.

इस ऐप का उद्देश्य एक इंसान में कैंसर होने की संभावना का पता लगाना होगा. इसकी मदद से आशा वर्कर खुद भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लिवर और ओरल कैंसर की स्क्रीनिंग कर सकेंगी. इस ऐप को विकसित करने के लिए पीजीआई ने लिवर कैंसर के 2000 और ओरल कैंसर के 2500 मरीजों का डेटा जुटाया है.  15 से 20 हजार डिजिटल इमेज का इस्तेमाल भी किया जा रहा है. इन्हीं इमेज और डेटा का एआई आधारित ऐप विश्लेषण करेगा और कैंसर होने की संभावना का पता लगाएगा.