नई दिल्ली
बढ़ती गर्मी या उमस से जी घबराने लगे, चक्कर या फिर बेहोशी की हालत पैदा हो जाएं तो घबराने की जरूरत नहीं है, आरएमएल अस्पताल में हीट स्ट्रोक यूनिट की सेवा आपको कुछ ही समय में ठंडा ठंडा, कूल कूल कर देगी। इसके लिए यूनिट में दो इमरर्जन कूलिंग ट्यूब का बंदोबस्त किया गया है। जिसकी क्षमता 200 से 250 लीटर की है। इसके साथ ही एक उच्च क्षमता का रेफ्रिजरेटर भी लगाया गया है जिसमें एक समय में 200 से 250 किलो बर्फ जमाई जा सकती है। इसके लिए हीट स्ट्रोक के केस में मरीजों को 01123404446 नंबर पर डायल करना होगा।
राजधानी में बढ़ते हुए तापमान को देखते हुए इससे बचाव के लिए खास इंतजाम किए गए है। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में देश की पहली स्टेट ऑफ आर्ट हीट स्ट्रोक यूनिट की गुरूवार से शुरूआत कर दी गई। जिसमें इमेंस या झट से ठंडा करने की सुविधा का बंदोबस्त किया गया है। हीट स्ट्रोक यूनिट की औपचारिक शुरूआत अटल बिहारी बाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के निदेशक और आरएमएल अस्पताल के निदेशक डॉ अजय शुक्ला द्वारा की गई।
हीट स्ट्रोक यूनिट की सुविधाओं की जानकारी देते हुए डॉ अजय शुक्ला ने बताया कि हीट स्ट्रोक यूनिट सुविधा या सेवा को गुरूवार को क्रिटिकेयर मैनेजमेंट को सौंप दिया गया, जहां हीट स्ट्रोक के मरीजों को देखा जाता है। डॉ प्रोफेसर अजय शुक्ला ने बताया कि इमरर्जंस कूलिंग टेक्नोलॉजी की सुविधा और हीट स्ट्रोक के मामले में तुरंत सहायता देने के लिए इस यूनिट को शुरू किया गया है। जिसमें मरीजों के लिए दो इमरर्जंन कूलिंग ट्यूब को रखा गया है, इसकी क्षमता 200 से 250 लीटर है। इसमें बर्फ के लिए उच्च क्षमता को रेफ्रिजरेटर भी लगाया गया है। जिसमें जरूरत के हिसाब से आईस को बनाया जा सकेगा। इसके साथ ही मल्टीपैरामीटर लाइफ सेविंग उपकरणों के साथ दो बेड लगाए गए है, जिसमें वेंटिलेटर की भी सुविधा है। इसके साथ ही अस्पताल ने प्री हॉस्पिटल सेवा के क्रम में हीट स्ट्रोक रेस्पांस यूनिट के तौर पर एसीएलएस एंबुलेंस सेवा भी शुरू की है। जिसमें कूलिंग ट्यूब, तारपोलिन और आईसबॉक्स, ओआरएस पैक, सहित स्ट्रोक के लिए जरूरत मेडिकल सहायता सामग्री रहेगी।